
नागौर में 1500वां जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी 2025 धूमधाम से मनाया जाएगा। जुलूस-ए-मुहम्मदी, ईद मिलादुन्नबी पर जुलूस-ए-मुहम्मदी और जलसे का आयोजन होगा।
शहर काजी मोहम्मद मेराज उस्मानी और मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की कि कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। और कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं
ईद मिलादुन्नबी 2025: शांति और कानून व्यवस्था पर जोर
नागौर @ न्यूज़।: नागौर जिले में इस वर्ष 1500वां जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी विशेष रूप से मनाया जाएगा। ईद मिलादुन्नबी पर जुलूस-ए-मुहम्मदी और जलसे का आयोजन होगा।
शहर काजी मोहम्मद मेराज उस्मानी और मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की कि कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की जाए।
बारावफात पर्व पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय
नागौर, 3 सितम्बर 2025: जिले में आगामी 5 सितम्बर को मनाए जाने वाले बारावफात (ईद-ए-मिलादुन्नबी) पर्व पर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने आदेश जारी कर विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
कलेक्टर पुरोहित के निर्देशानुसार उपखंड मजिस्ट्रेट नागौर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित सभी राजस्व अधिकारियों को उनके-अपने क्षेत्रों में व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी प्रकार मकराना, परबतसर, कुचामनसिटी, डीडवाना, खरवां, मेड़ता सिटी और डेगाना के सभी उपखंड मजिस्ट्रेटों एवं तहसीलदारों को भी अपने-अपने क्षेत्र में सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं।
निर्देशों में कहा गया है कि पर्व के दौरान जुलूस मार्गों पर विशेष निगरानी रखी जाए, यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा जाए और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। सभी अधिकारी पुलिस बल के साथ लगातार समन्वय बनाए रखते हुए कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने की कार्रवाई करेंगे।
प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे बारावफात पर्व को शांति, सौहार्द और भाईचारे के साथ मनाएं तथा पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें।
प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन
- शहर काजी मोहम्मद मेराज उस्मानी
- दारुल उलं सूफिया हमीदिया के सदर याकूब
- मोहम्मद इसराइल लोहाड़
- पार्षद मकबूल अंसारी
- शकील अहमद ताकली
- मोहम्मद यूसुफ चढ़वा
इन सभी ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर शांति व्यवस्था बनाए रखने और टूटी सड़कों की मरम्मत कराने की मांग की।
जुलुस का रास्ता हस्बे मामूल ही रहेगा सिर्फ मुल्तानी मस्जिद से बाजारवाड़ा होते हुए माही दरवाजा पहुँचेगा । यह ऐलान आपके मोहल्ले की मस्जिद मे पहुँच चुका है जिसे इमाम साहब जुमा की नमाज़ से पहले पढ़ कर सुनाएँगे ।
मिलादुन्नबी का त्यौहार आलमी त्यौहार है
सरवत हुसैन मुल्तानी मदीना मस्जिद आज़ाद चौक , नागौर
पूरी दुनिया में 1500 साला मिलादुन्नबी का जश्न मनाया जा रहा है। ये दिन इस्लाम के आखिरी पैगंबर की पैदाइश का दिन है। खुदा के आखिरी पैगंबर की पैदाइश का दिन सिर्फ मुसलमानों के लिए ही खुशी का दिन नहीं है बल्कि ये पूरी इंसानियत के लिए खुशी का त्यौहार है क्योंकि आपने दुनिया वालों को जुल्मों सितम से निकाल कर हर तरफ अमन शांति भाइचारे मोहब्बत का पैग़ाम दिया। आपने लोगों को सीधे रास्ते पर चलाया। माँ बाप की खिदमत करना, बड़ो की इज्जत करना, छोटों से प्यार करना, यतीमो और बेवाओं की देखभाल करना, पड़ोसियों से अच्छा बर्ताव करना, भूखों को खाना खिलाना, गरीबों बेसहारा लोगों की मदद करना वगैरा जिंदगी के हर हर पहलू में लोगों की रहनुमाई फरमाई । पूरी इंसानियत की खिदमत करना ये सब आपकी तालीमात का एक हिस्सा हैं
ईदो की भी ईद, ईद मिलादुन्नबी मुफ़्ती मोहम्मद सादिक़ उस्मानी नायब शहर क़ाज़ी नागौर
ईद-ए-मिलादुन्नबी ﷺ, यानी हुज़ूर-ए-अकरम ﷺ की पैदाइश का दिन, पूरी दुनिया के मुसलमानों के लिए खुशी और रहमत का दिन है। 12 रबीउल अव्वल सन 571 ईस्वी में मक्का मुकर्रमा की सरज़मीं पर आप ﷺ की आमद हुई और इंसानियत को अंधेरों से निकालकर रोशनी, इंसाफ और रहमत का रास्ता मिला।
इस दिन मुसलमान मस्जिदों और घरों को सजाते हैं, जुलूस-ए-मिलाद निकाला जाता है, नात-ओ-सलाम पढ़े जाते हैं और गरीबों की ख़िदमत की जाती है। लेकिन असल मक़सद सिर्फ़ सजावट या जुलूस नहीं, बल्कि सीरत-ए-नबी ﷺ को अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाना है।
- हुज़ूर ﷺ ने इंसानियत को अमन, मोहब्बत और भाईचारे का पैग़ाम दिया।
- आपने सिखाया कि ग़रीबों और यतीमों की मदद करना ईमान का हिस्सा है।
- आपने फरमाया कि सबसे अच्छा इंसान वही है जो दूसरों के लिए सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद हो।
- आपने तालीम दी कि मुसलमान की ज़बान और हाथ से सब महफ़ूज़ रहें।
ईद-ए-मिलादुन्नबी ﷺ हमें याद दिलाती है कि हमें नफ़रत, तफरक़े और झगड़ों से दूर रहना है, और मोहब्बत, अमन और इंसाफ का पैग़ाम दुनिया तक पहुँचाना है। यही इस दिन की असल रूह और नसीहत है।
ईद मिलादुन्नबी के जुलूस की ज़रूरी हिदायत
- जुलूस तहसील चौक से सुबह रवाना होगा। हद से मामूल रास्ते से हो कर गुज़रेगा।
- सभी लोग जुलूस शरीफ लिलाम पहल कर मिलादुन्नबी का लिबास पहन कर तिलावत और दुआएं करें तथा बुराईयों का विरोध करते हुए जुलूस में शामिल करने की कोशिश करें।
- डीजे साउंड और डिस्को साउंड वाली नातों से परहेज़ करें।
- जुलूस में चलते वक्त रास्ते में आने वाले स्टाल से पानी, जूस, शर्बत का इस्तेमाल बढ़े हो कर न करें और ना ही हंगामा-झगड़ा करें।
- स्टाल लगाने वाले हज़रात डिसिप्लिन का खास ख्याल रखें। अपने स्टाल का मैनेजमेंट बाकायदा लगाकर करें और कोशिश करें कि आपके स्टाल पर धक्का मुक्की और झगड़ा न हो।
- हज़रत की आमद की खुशी में पैग़ाम और महफ़िल पर बुराई, कुंबकुम, मोहल्ले की सजावट, स्टाल की सजावट वगैरह का एहतिमाम करके हज़रत की आमद पर खुशी का इज़हार करें।
- काफी लोगो से देखा गया है कि वो जुलूस के साथ नहीं चलते सिर्फ खड़े होकर देखते हैं। गुज़ारिश है कि ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में जुलूस के साथ चलने की कोशिश करें।
निवेदनकर्ता: काजी मोहम्मद मेराज उस्मानी, शहर काजी नागौर
5 सितंबर को मुख्य आयोजन
👉 मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सदर हाजी असलम खान तंवर और संरक्षक हाजी गुलामनबी तेली ने बताया कि मुख्य आयोजन 5 सितंबर, शुक्रवार को होगा।
👉 इस दौरान राज्य स्तर पर अवकाश और ड्राई-डे घोषित करने की भी मांग रखी गई है।
जयपुर में मुख्यमंत्री से मुलाकात
मकराना से विधायक जाकिर हुसैन गेसावत ने जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर ईद-ए-मिलाद उन नबी पर सम्पूर्ण प्रदेश में ड्राई-डे घोषित करने का अनुरोध किया। साथ ही मकराना विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर भी चर्चा हुई।

विशेष आकर्षण: निःशुल्क चिकित्सा शिविर
नागौर जिले के डीडवाना-कुचामन और मकराना क्षेत्र में शेलबी नेशनल क्लिनिक (संस्थापक डॉ. वसीम सिसोदिया) की ओर से 5 सितम्बर को निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा।
मुख्य सुविधाएँ:
- निःशुल्क OPD परामर्श
- फ्री ब्लड शुगर टेस्ट
- फ्री BP टेस्ट
- सभी दवाइयों पर 20% छूट
📍 स्थान: शेलबी नेशनल क्लिनिक, मकराना सिटी (नियर रेलवे वाटर टैंक)
🕘 समय: सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
📞 संपर्क: 9829078711
ईद मिलादुन्नबी 2025: आयोजन से जुड़ी मुख्य बातें
आयोजन | स्थान | तारीख | विशेष आकर्षण |
---|---|---|---|
जुलूस-ए-मुहम्मदी | नागौर शहर | 5 सितम्बर 2025 | धार्मिक जुलूस |
मुख्य जलसा | नागौर | 5 सितम्बर 2025 | सामूहिक दुआ |
निःशुल्क चिकित्सा शिविर | मकराना सिटी | 5 सितम्बर 2025 | स्वास्थ्य सेवाएँ |
प्रशासनिक तैयारियाँ | नागौर | आयोजन से पूर्व | सुरक्षा व सड़कों की मरम्मत |
स्थानीय और वैश्विक अपील
नागौर के लोग ही नहीं, बल्कि देश-विदेश में बसे नागौर मूल निवासी भी ईद मिलादुन्नबी 2025 की तैयारियों को लेकर उत्साहित हैं। सोशल मीडिया पर इस बार #Nagaur #EidMiladunnabi2025 जैसे हैशटैग ट्रेंड करने की संभावना है।
ईद मिलादुन्नबी 2025 नागौर जिले के लिए न केवल धार्मिक महत्व रखती है बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश भी देती है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा, यातायात और स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष तैयारियाँ स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं के लिए इसे एक सकारात्मक और ऐतिहासिक अवसर बनाएंगी।
ईद मिलादुन्नबी 2025 नागौर में कब मनाई जाएगी?
👉 नागौर में 1500वां जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी 5 सितम्बर 2025 (शुक्रवार) को धूमधाम से मनाया जाएगा।
ईद मिलादुन्नबी पर नागौर में कौन-कौन से आयोजन होंगे?
👉 इस अवसर पर जुलूस-ए-मुहम्मदी, जलसे, दुआएं और विशेष निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन होगा।
जुलूस-ए-मुहम्मदी नागौर में कहाँ से निकाला जाएगा?
👉 जुलूस-ए-मुहम्मदी नागौर शहर के मुख्य मार्गों से निकलेगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।
ईद मिलादुन्नबी 2025 पर कानून व्यवस्था को लेकर क्या तैयारी की गई है?
👉 जिला प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने, यातायात को सुचारू रखने और टूटी सड़कों को दुरुस्त करने की दिशा में कदम उठाए हैं।
क्या ईद मिलादुन्नबी 2025 पर राजकीय अवकाश और ड्राई-डे रहेगा?
👉 मुस्लिम समाज और जनप्रतिनिधियों ने सरकार से एक दिन का राजकीय अवकाश और ड्राई-डे घोषित करने की मांग रखी है।