
नागौर जिले की मिठाई मालपुवा और पकौड़ीखरनाल मेला 2025 इस बार 2 सितम्बर को बड़े धूमधाम से आयोजित होगा। यह मेला तेजाजी महाराज की स्मृति और लोक परंपराओं का जीवंत उदाहरण है। नागौर वासी और बाहर रहने वाले प्रवासी नागौरी इस मेले में शामिल होकर अपनी जड़ों से जुड़ते हैं।
इस मेले में सबसे खास बात है – नागौर की प्रसिद्ध मिठाई मालपुवा और पकौड़ी। हर साल की तरह इस बार भी शहरभर में दुकानें सजेंगी और लोग सुबह से ही जीप, ट्रैक्टर और बाइक पर सवार होकर खरनाल पहुँचेंगे। परिवार और दोस्तों के साथ बैठकर लोग मालपुवा-पकौड़ी का आनंद लेंगे।
खरनाल मेला 2025 की खास बातें
- आयोजन तिथि: 2 सितम्बर 2025
- स्थान: खरनाल, नागौर (राजस्थान)
- विशेष आकर्षण: तेजाजी महाराज मंदिर दर्शन और लोक मेले का आनंद
- स्वाद की पहचान: मालपुवा और पकौड़ी
- सांस्कृतिक झलक: लोकनृत्य, भजन, और ग्रामीण खेल
मालपुवा – नागौर की मिठास का स्वाद
मालपुवा नागौर और राजस्थान की एक प्रसिद्ध मिठाई है। खरनाल मेले में यह सबसे ज़्यादा बिकने वाली डिश होती है।
मालपुवा बनाने की रेसिपी (Recipe)
सामग्री | मात्रा |
---|---|
मैदा | 2 कप |
सूजी | ½ कप |
दूध | 2 कप |
चीनी | 1 कप |
सौंफ पाउडर | 1 चम्मच |
घी | तलने के लिए |
विधि:
- मैदा, सूजी और दूध मिलाकर घोल तैयार करें।
- इसमें सौंफ पाउडर मिलाएँ और 30 मिनट के लिए ढक दें।
- चीनी की चाशनी बना लें।
- गर्म घी में मालपुए गोल आकार में तलें।
- तले हुए मालपुए चाशनी में डुबोएँ और गरमा-गरम परोसें।
👉 खरनाल मेला 2025 में यही मालपुए दुकानों पर ताज़ा-ताज़ा मिलेंगे।
पकौड़ी – हर स्वाद का साथी
मालपुए के साथ नागौर की पकौड़ी भी उतनी ही लोकप्रिय है। लोग इन दोनों का मज़ा एक साथ लेने में खास रुचि रखते हैं।
पकौड़ी बनाने की रेसिपी (Recipe)
सामग्री | मात्रा |
---|---|
बेसन | 2 कप |
प्याज/आलू/हरी मिर्च | स्वाद अनुसार |
नमक | स्वाद अनुसार |
लाल मिर्च पाउडर | 1 चम्मच |
हल्दी | ½ चम्मच |
तेल | तलने के लिए |
विधि:
- बेसन में नमक, हल्दी और लाल मिर्च मिलाकर घोल बनाएँ।
- इसमें प्याज/आलू के टुकड़े डुबोएँ।
- गर्म तेल में सुनहरा होने तक तलें।
- हरी चटनी या टमाटर की चटनी के साथ परोसें।
👉 खरनाल मेला 2025 में हर दुकान पर यह पकौड़ियाँ गरमा-गरम उपलब्ध रहेंगी।
क्यों खास है खरनाल मेला 2025?
- यह सिर्फ धार्मिक मेला नहीं, बल्कि परिवार और दोस्तों को जोड़ने वाला उत्सव है।
- प्रवासी नागौरी लोग भी इस दिन अपने गाँव-शहर की याद ताज़ा करते हैं।
- मालपुवा और पकौड़ी की महक पूरे वातावरण को मीठा और चटपटा बना देती है।
खरनाल मेला 2025 नागौर की संस्कृति, स्वाद और परंपरा का अनूठा संगम है। चाहे आप नागौर में हों या विदेश में – इस मेले की याद हमेशा दिल को खुश कर देती है।
👉 अगर आप नागौर में हैं तो इस बार 2 सितम्बर को खरनाल मेले का हिस्सा ज़रूर बनें।
❓ खरनाल मेला 2025 कब मनाया जाएगा?
👉 खरनाल मेला 2025 का आयोजन 2 सितम्बर 2025 को नागौर जिले के खरनाल गाँव में होगा।
❓ खरनाल मेला क्यों प्रसिद्ध है
👉 यह मेला तेजाजी महाराज की परंपरा और नागौर की संस्कृति का प्रतीक है। यहाँ लोकगीत, नृत्य, मेलों की चहल-पहल और खासतौर पर मिठाई मालपुवा और पकौड़ी प्रसिद्ध हैं।
❓ मिठाई मालपुवा और पकौड़ी खरनाल मेला 2025 में क्यों खास हैं?
👉 नागौर की यह पारंपरिक डिश हर साल खरनाल मेले की पहचान बन चुकी है। गरमा-गरम मालपुवा और कुरकुरी पकौड़ी का स्वाद लोग परिवार और दोस्तों के साथ मेले में ज़रूर लेते हैं।
❓ खरनाल मेला 2025 में आने के लिए क्या तैयारी करनी चाहिए?
👉 अगर आप मेले में शामिल होना चाहते हैं तो:
सुबह जल्दी निकलें (भीड़ ज़्यादा होती है)
परिवार व दोस्तों के साथ बैठने की जगह तय करें
मिठाई मालपुवा और पकौड़ी का स्वाद लेना न भूलें
कैमरा या मोबाइल साथ रखें ताकि यादगार पल कैद कर सकें
❓ क्या खरनाल मेला सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए है?
👉 नहीं, यह मेला सिर्फ स्थानीय नहीं बल्कि राजस्थान और बाहर रहने वाले नागौरी प्रवासियों के लिए भी खास है। बहुत से लोग देश-विदेश से यहाँ आते हैं।
❓ क्या खरनाल मेला 2025 में मिठाई मालपुवा और पकौड़ी घर पर बनाने की रेसिपी मिल सकती है?
👉 हाँ, लोग अक्सर दुकानदारों से पारंपरिक रेसिपी पूछते हैं। साथ ही, इस आर्टिकल में हमने आपके लिए दोनों की स्टेप-बाय-स्टेप रेसिपी भी दी है।
❓ खरनाल मेला 2025 तक कैसे पहुँचा जा सकता है?
👉 खरनाल गाँव, नागौर जिले में स्थित है। यहाँ पहुँचने के लिए आप:
जीप / बस / निजी वाहन का उपयोग कर सकते हैं।
आस-पास के गाँवों से लोग ट्रैक्टर या बाइक से भी आते हैं।
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